जाति आधारित आरक्षण समाप्त होना ही चाहिए जो सदियों से चला आ रहा है।
अभी की घटना है यामिनी साहू को भागवत कथा करने पर आरक्षित लोग गालियां देकर वेद विरुद्ध आचरण के दुराचरण को दुहरा रहे हैं।
राजस्थान में मूंछ रखने के आरक्षितों ने युवक की हत्या कर के देश को तथा सर्वं खल्विदं ब्रह्म' महावाक्य को झूंठ सावित करने की कोशिश की है।
ऐसे संगच्छध्वं संवदध्वं संवो मनांसि जानतां वेद वाक्य के ही नहीं वेद के हत्यारों के लिए सुनिश्चित मानवता विरोधी सदियों से चले आ रहे आरक्षण को समाप्त करना ही होगा तभी देश बचेगा। इस आरक्षण ने देश को खोखला कर गुलाम बनाया था।
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