TATHAGAT
Saturday, 10 December 2022
सनातन धर्म
वैर से वैर शांत कभी नहीं होता,
वैर तो अवैर से ही शांत होता है।
अवैर और कुछ भी नहीं प्रेम ही है,
सनातन धर्म कोई है तो प्रेम ही है।
नफ़रत सनातन नहीं हो सकती
सनातनी हो तो सबसे प्रेम करो।
सबसे प्रेम नहीं तो सनातनी नहीं,
सनातन के नाम पर धन्धा बंद करो।
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