एक लोमड़ी
जो नहीं जानती
अनाज उगाना,
जूते गांठना,
कपड़े बुनना,
ईंट जुटाना,
आँगन बुहारना
और बहुत कुछ।
पर जानती है बातें बनाना
और बातों के बतासे बनाना।
अपसरा
सोम
ऐश्वर्य से भरा हुआ स्वर्ग।
जो मिलेगा मरने के बाद।
यही एक ऐसी फसल है
जिसे काटने के चक्कर में
इस लोक के सारे संसाधन
लोमड़ी के हो जाते हैं,
और इस लोक के लोग
हो जाते हैं अछूत, पापी शूद्र।
डॉ. रामहेत गौतम
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