Wednesday, 8 July 2020

किसान

किसान

ले हल हाथ
सृष्टा खेत में जात
सृष्टि रचने।    1


पत्थर तोड़े

फूंक दिए प्राण

धरागर्भ में।    2


लगा सींचने

बूंद-बूंद पसीना

निज जीवन।    3


झांकता तन

दरकता वदन

चिंतित मन।    4


प्राण खेत में

ध्यान आसमान में

रुकती सांसे।    5



Monday, 6 July 2020

बाल गीत

भीमराव के हम हैं बच्चे
पढ़ना हमारा काम।
खेलकूद करते निशिदिन
लिखना हमारा काम।
लंगडी और आंख मिचोली
खेलते हैं सुबह शाम।
गिनती पहाड़े इमला लिखेंगे
पढ़कर अच्छा बेटा बनेंगे।
हम सब जोर-जोर से गाते
जय जय जय जय भीम।
विराज गौतम
सागर।

कौशल

अहा! लोकोsयं
मुहुर्मुहर्मोदते
कौशलं धत्ते।

Saturday, 4 July 2020

मिलिन्द प्रश्न


निर्वाण के बाद व्यक्तित्व का सर्वथा लोप हो जाता है

राजा  मिलिन्द बोला , “ भन्ते (भिक्खु नागसेन) ! क्या बुद्ध सचमुच हुए हैं ? "
" हां महाराज ! हुए हैं । "
" भन्ते ! क्या आप दिखा सकते हैं वे कहां हैं ? "
" महाराज ! भगवान परम परिनिर्वाण को प्राप्त हो गए हैं , जिसके बाद उनके व्यक्तित्व को बनाए रखने के लिए कुछ भी नहीं रह जाता । इसलिए वे अब दिखाए नहीं जा सकते । "
" कृपया उपमा देकर समझायें । "
" महाराज ! क्या जलती हुई आग की लपट जो होकर बुझ गई , दिखाई जा सकती है - यह यहाँ है?"
" नहीं भन्ते ! वह लपट तो बुझ गई । "
" महाराज ! इसी तरह , भगवान परम परिनिर्वाण को प्राप्त हो गए हैं , जिनके बाद उनके व्यक्तित्व को बनाये रखने के लिए कुछ भी नहीं रह जाता । इसलिए वे अब दिखाए नहीं जा सकते ।
" हां , वे अपने धर्म रूपी शरीर से दिखाए जा सकते हैं । उनका बताया धर्म ही उनके विषय में बता रहा है । " भन्ते ! आपने ठीक कहा। "

Friday, 3 July 2020

अटा पै मोर

नाचे मे मोर।


उत्कण्ठित हो
निहारे नभ मीत
अटा पै मोर।


कण्ठ में केका
पैरों में थिरकन
संजोये मोर।


बरस मेघा 
कब लों? बरसेगा
नयननीर।


नीलकंठ मैं  

नीलवदन तुम

विरह आग।


आजा गा पिय

तर हो ते रस में

नाचे मे मोर।

Thursday, 2 July 2020

गिरगिट

रंग बदले
गिरगिट पल में
डाल-डाल पे।

गुण-दोष

उपयोगिता गुण होत है,
अनुपयोगिता होवे दोष।
शत्रु मरे विष गुण होत है,
हितैषी मरे तो होता दोष।।

Wednesday, 1 July 2020

दलितः

रक्षा मानः च समृद्धिः जनानां दलिताः कृताः।
ते शोषणं सहन्ते ते दलति हृदयन्न किम्।।