Saturday, 17 June 2023

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो

तुम उठो प्रिय! संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है।
मनुविधान भीम ने तोड़ा है,  शिक्षा से नाता जोड़ा है। 

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 

हाथ प्रिय के कलम सोहे, पुस्तक की छवि प्यारी है। 
प्यारी प्यारी क्या कहिये, संविधान से इज्जत हमारी है। 

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 

शीश प्रिय के सेहरा सोहे, चश्मे की छवि न्यारी है। 
न्यारी न्यारी क्या कहिये, संविधान से इज्जत हमारी है।

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 

अंग प्रिय के कोट सोहे, टाई की छवि न्यारी है।
न्यारी न्यारी क्या कहिये, संविधान से इज्जत हमारी है।

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 

पैर प्रिय के जूता सोहे, मोजे की छवि न्यारी है। 
न्यारी न्यारी क्या कहिये, संविधान से इज्जत हमारी है। 

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 

संविधान से धनधान्य मिला है, इज्जत बढ़ी हमारी है।
हमारी हमारी क्या कहिये, भीमराव की बलिहारी है।

तुम उठो प्रिय संविधान पढ़ो, मनुविधान भीम ने तोड़ा है। 


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