त्रिशरण क्यों?
त्रिशरण किसके लिए?
आपके लिए त्रिशरण क्यों?
आप कौन?
श्रमण हैं आप- उत्पादक, निर्माता, कलाकार, नागर हैं,
जातकों के बोधिसत्व, बौद्ध साहित्य के रचियत, गुफाओं के निर्माता, लेखक, महाविहारों, विश्वविद्यालयों के मालिक हैं आप, वैद्य, रक्ष,
पराधीन होने पर खो दिया-
1 स्वास्थ्य
2 सुरक्षा
3 समृद्धि
4 सम्मान
5 शिक्षा
हारे क्यों?
तर्कशीलता का अभाव-
गैरों पर विश्वास, अपनों पर अविश्वास
विश्वास घात,
अंधविश्वास, पाखंड, कुरीतियां
दिखावे पर खर्च
संपत्ति का हरण
दमन
हौंसला टूट चुका है
हिम्मत नहीं जुटा पा रहे क्योंकि मरने का डर,
रोज अपमानित होकर रोज मर रहे हो,
कर्जदार हो चुके हो,
अहसान तले दबे हो,
मेंड़ उनकी है,
राशन वे देते हैं
चुनाव में साडी, बाद हकमारी
गलियां चौड़ी
चिथड़े छोड़ों
पैसा पाखंड में नहीं पढ़ाई पर
शस्त्र और शास्त्र पर आपकी पकड़ नहीं
प्रतीकों का प्रयोग डराने - बिजूका
ललचाने- बहेलिया करता है
ताबीज धागे वंधन हैं
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