क्रिकेट जिताने का मंत्र भी जानते हो।
चुनाव चिताने का मंत्र जानते हो,
विवाह के मंत्र भी जानते हो।
बिच्छू का मंत्र,
सांप ततैया का भी मंत्र है तुम्हारे पास।
रोग नाश का,
शत्रु के विनाश का भी मंत्र जाप करते देखे जाते हो,
कितने ही मंत्र पढ़े अब तक तुमने
पर जातिवाद के नाश के लिए
एक भी मंत्र नहीं पढ़ा आज तक तुमने।
बताओ तो
मंत्र नहीं है तुम्हारे पास
या फिर फसल है तुम्हारी ही जातिवाद।
अगर ऐसा है तो तुम मेरे लिए किसी काम के नहीं,
और न ही तुम्हारे ये मंत्र।
रखे रहो ये व्यर्थ के संहिताएं।
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