उस किताब में क्या है चित्र देख कर कल्पना भर करती रहती थी।
ज्योतिबा - पढ़ लेती हो क्या लिखा है इसमें?
सावित्री- नहीं।
कहां से आयी है यह तुम्हारे पास?
सावित्री- शिरवाल हाट में एक औरत को पढ़ते हुए निहार रही थी। तभी उसने मुझे देते हुए कहा लो इसे पढ़कर देखो।
No comments:
Post a Comment