पहाड़ के एक पत्थर पर रहने वाले बन्दर ने पहाड़ उठाया।
लोग बोले अद्भुत।
उसने सुनाया,
किसी झील के किनारे रहने वाला आदमी समुद्र पी गया।
लोग बोले अद्भुत।
उसने सुनाया,
पृथ्वी के गड़खोले में लोटने वाला वराह समुद्र में से पृथ्वी निकाल लाया।
लोग बोले अद्भुत।
उसने सुनाया,
आदमी मुख, बाजू, जंघा व पैर से पैदा होते हैं।
लोग बोले अद्भुत।
उसने सुनाया,
बातूनी सबका बाप, हूंकाबाज सब मूर्ख।
लोग बोले, वो कैसे?
वह बोला,
परमात्म ने ऐसा ही लिखा है।
अतः सबका मालिक एक है।
जाओ, परमात्मा की व्यवस्था का पालन करो।
नहीं तो परलोक बिगड़ जायेगा।
लोग परलोक सुधारने में व्यस्त हैं। और वह मायाजाल के संसाधनों का भोग नहीं कर रहा वह तो इस मोहमाया का भक्षण करके लोगों की रक्षा कर रहा है।
रामहेत मत पड़ बीच में।
No comments:
Post a Comment