Wednesday, 4 September 2019

शिक्षक

प्रथम वंदन उस शिक्षक को जिसने ना भेद किया
वो बुद्धवीर महान् था जो जन-जन को निर्वेद किया।
रवि कवि को भी नमन् स्वयं सिद्धि का औजार दिया।
वंदन उस ज्योति राव को जो जन को जागृत किया,
सावित्री को को शतवार नमन् जननी का उद्धार किया,
शिवा साहू को नमन् स्वयं रक्षा का हथियार दिया।

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