Wednesday, 25 September 2019

प्रमीला

आगच्छति प्रमीला न
बाधते मां तवस्मृतिः।
आगच्छ त्वरितं देवि!
यक्षगतिं गतो न्वहम्।।

हा! नींद नहीं आ रही,
तेरी याद सता रही है।
आ जाओ जल्दी देवि!
यहाँ यक्ष-सी बेचैनी है।

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