PRACTICAL OF SOCIAL ENGINEERING
👉👉पाण्डेय जाति +तिवारी जाति +मिश्रा जाति +शुक्ला जाति आदि ब्राहमण जातियाँ = ब्राहमण समाज।
(ब्राहमण समाज के सभी जातियों की आपस में अंतरजातीय विवाह प्रथा जारी है अतः सामाजिक रूप से शक्तिशाली है )
👉👉भदौरिया जाति +बजगोती जाति+सूर्यवंशी जाति +चौहान जाति आदि राजपूत जातियाँ = क्षत्रिय समाज।
( क्षत्रिय समाज के सभी जातियों की आपस में अंतरजातीय विवाह प्रथा जारी है अतः सामाजिक रूप से शक्तिशाली है )
👉👉अग्रवाल जाति + पोरवाल जाति + बनरवाल जाति + विश्नोई जाति + गोयल जाति + आदि वैश्य जातियाँ = वैश्य समाज।
(वैश्य समाज के सभी जातियों की आपस में अंतरजातीय विवाह प्रथा जारी अतः सामाजिक रूप से शक्तिशाली है )
THEORY OF SOCIAL ENGINEERING'S
👉👉चमार जाति + पासी जाति + धोबी जाति + धानुक जाति + भँगी जाति + खटीक जाति + महार जाति + कोरी जाति आदि
SC वर्ग की जातियाँ = SC अनुसूचित वर्ग का समाज
(की सभी जातियों की आपस में अंतरजातीय विवाह प्रथा जारी .....नहीं....है
इसीलिए सामाजिक रूप से शक्तिशाली ...नहीं है )
👉👉यादव जाति + मौर्या जाति + कुम्हार जाति + गराडिया जाति + निषाद जाति +लोद्ध् जाति + बढ़ई जाति + लोहार जाति +नाई जाति आदि
ओबीसी वर्ग की जातियाँ = ओबीसी वर्ग का समाज (की सभी जातियों की आपस में अंतरजातीय विवाह प्रथा जारी .....नहीं....है
इसीलिए सामाजिक रूप से शक्तिशाली ...नहीं है )
अतः SC/ओबीसी वर्ग की जातियों के पढे लिखे लोगो आप भी आपस में अंतर्जातीय विवाह की व्यवस्था बनाओ
जब इन सवर्णों से पूछा जाता है तो ये अपना वर्ग बताते हैं इस लिए किसी को अपनी जाति का कोई गुमान नहीं है लेकिन इधर पूछने पर जाति बताते हैं और अपने ही वर्ग के लोगों से उंच नीच हो जाते हैं। यदि हम वर्ग बतायेगे लिखेगे और दिखेगे तो ये 85 % समाज कुछ भी कर सकता है और पा भी सकता है इसे रोकने वाला कोई नहीं होगा।
मित्रों सोचिये , चिन्तन करिये जबाब दीजिए।
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