Friday, 12 April 2019

भीम विचार 2

मुझे शून्य से सभी कुछ बनाना पड़ा है तथापि अभी तक जो हुआ वह मैंने केवल पौधा लगाया है आंदोलन से वृक्ष बनने का काम अभी बाकी है और उसका सारा दायित्व जिम्मेदारी हमारे नेताओं की है औरंगाबाद में कहा जुलाई 1953 डॉक्टर भीमराव अंबेडकर मैं व्यक्तिगत तौर पर किसी भी कार्यकर्ता से प्रेम नहीं करता प्रेम केवल उनके कार्य से ही करता हूं जो निस्वार्थ रूप से कार्य करता है वही मुझे अच्छा लगता है औरंगाबाद जुलाई 1953 डॉक्टर भीमराव अंबेडकर घर का कलेश शांति को खा जाता है और हमारे उत्तम विचारों को भी भगवान गौतम बुद्ध हमारे आंदोलन का भी अन्याय जुल्म झूठी परंपराओं और विशिष्ट वर्ग के विशेष अधिकारों को नष्ट करके पिछड़े वर्गों को गुलामी से मुक्ति दिलाना है डॉक्टर भीमराव अंबेडकर हुक्का तंबाकू छोड़ो शराब पीनी बंद करो देवताओं पर तरह-तरह का चढ़ावा चढ़ाना बंद करो पाई पाई जोड़ लो और बच्चों की शिक्षा पर खर्च करो संत गाडगे बाबा पराधीनता पाप है जान ले लो रे मौत मीत रे दास दास पराधीन को कौन करे है प्रीत रविदास बामण ना कुछ पूछिए जो हो गए गुम जो हो गए शीलगुण ही पूजा चरण चांडाल के जो होवे गुण परवीन संत शिरोमणि रैदास मैंने जिस प्रकार से विद्या प्राप्त की आप भी प्राप्त कीजिए परंतु केवल परीक्षा पास करने तथा पदवी प्राप्त करने से शिक्षा का क्या उपयोग हैदराबाद 14 नवंबर 1954  अंबेडकर ।

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