बुद्ध वंदना इतिपि सो भगवा अरहं सम्मा संबुद्धो,
पूर्व बुद्धों की भांति अर्हत्शाक्यमुनि भी बुद्ध हैं
विद्याचरण संपन्न ओं शुगर तो लोग विद्वान उत्तरों विद्याचरण संपन्न सुगत लोक विद आदित्य हैं पुरुष दम सार्थी सत्ता देवम अनुसार बुद्ध भगवती राग मोह दमन सार्थी संस्था देव मानव बोधक हैं बुद्धम जीवित पर्यंत शरणम गच्छामि जीवन पर्यंत बुद्ध की शरण में जाता हूं एज ऑफ बुद्धा तीता चर्चा बुद्धा अनागत जो बुद्ध अतीत में हुए जो बुध होने वाले हैं पशु पन्ना चाय बुद्ध वंदना में सब बताओ फिर से उत्पन्न हुए जो बुद्ध हैं सभी की वंदना करता हूं नत्थी में चरणों में शरण वरन नहीं है मेरी शरण अन्य बुद्धि है शरण वर एथेन सच्चा भजन हो तुम्हे जयमंगला इस सच वचन से हो मेरा चमन गर्ल उत्तम अंगे ना बंदे हम पादप उत्तक पंचांग वंदन करता हूं शुगर उत्तम पदों का बुद्ध योर खली तो 200 बुद्ध गौतम बुद्ध के प्रति उठा जो देश है क्षमा करें 1 इंची रत्नों के विनती विविध पूछो जो भी रत्नलोक में विद्यमान विविध स्पेशल हैं रतन बुद्धू न थी तस्मासी भवंतु में रत्न बुध समान नहीं कोई जिसमें मेरा उत्थान हो यो सनी सनोवर बोधी मूले जो गर्भवती मॉल में आसीन हुआ मार्ग सहमति विजेता मार सेना सहित जीत लिया गया संबोधन आदि अनंत यारों संबोधि को मिला अनंत ज्ञान लोगों तमा तमा में बुद्ध उस लोगों तुम बुद्ध को प्रणाम लोको तनू तनू प्रमाण बुद्ध उस लोगों तुम बुद्धू को प्रणाम लोगों तंग तंग प्रणाम गोधन उस लोगों तुम बुद्धू को प्रणाम।
No comments:
Post a Comment