भाजपा नाभिभाषताम्।
अनाथं कमलं मत्त्वा
कांग्रेसास्तं प्रतीक्षताम्।।
नरेश बत्रा
सोनिया के पसीने से पैदा हुए राहुल की बातों का भाजपा को अब संज्ञान नहीं लेना चाहिए, इसी प्रकार इंदिरा के तीसरे पुत्र क-मल-नाथ को कांग्रेस में अनाथ मानकर कोई उत्तर नहीं देना चाहिए। मौन रहकर अवसान की ओर अग्रसर कांग्रेस के अस्त की प्रतीक्षा करनी चाहिए।
सो नियामक अत्रापि
राहुलतां तनोति नु।
कमलं नाथतेन भो
मत्तकुंजर! तिष्ठतु।। RG
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