TATHAGAT
Saturday, 29 May 2021
ये लाल ये हरा ये गुलाबी
ये लाल, ये हरा, ये गुलाबी, न जाने कौन-कौन सा रंग लगा रहे हैं।
उनकी आंख में, कान में न जाने कहां-कहां जलन मचा रहे हैं।।
ये लाल, ये हरा, ये गुलाबी, न जाने कौन-कौन सा रंग लगाते हैं।
आंखों में, कानों में किसी को राहत देते, किसी को घबराते हैं।। rg
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