TATHAGAT
Thursday, 27 May 2021
हां साहेब! आरक्षण का शिकार
हां साहेब! आरक्षण का शिकार होते हैं,
शम्बूक भी, एकलव्य भी, और कर्ण भी।
हां साहेब! आरक्षण के अधिकारी होते हैं,
विभीषण भी, अर्जुन भी, दुर्योधन भी। RG
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment